धनतेरस 2025: खुशहाली का त्योहार और खरीदारी का शुभ दिन
दीपावली की शुरुआत धनतेरस से होती है, जिसे धन, स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस दिन लोग सोना, चांदी, बर्तन, या नए गैजेट्स खरीदते हैं ताकि घर में सुख-समृद्धि आए।
हिंदू पंचांग के अनुसार, धनतेरस अश्विन मास की त्रयोदशी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजा का विशेष महत्व होता है।
धनतेरस 2025 की तारीख और महत्व
इस वर्ष धनतेरस 18 अक्टूबर 2025 (शनिवार) को मनाई जाएगी। यह दिन धन, स्वास्थ्य और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है और पूरे देश में त्योहारों के मौसम की शुरुआत इसी दिन से होती है।
लोग इस दिन खरीदारी, घर की सजावट और पूजा की तैयारियों में व्यस्त रहते हैं ताकि देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त हो सके।
सोना और चांदी खरीदते समय रखें इन 5 बातों का ध्यान
धनतेरस पर सोना और चांदी की खरीदारी को शुभ माना जाता है, लेकिन धोखाधड़ी और गलत बिलिंग से बचने के लिए कुछ सावधानियां जरूरी हैं।
यहाँ जानिए 5 ज़रूरी टिप्स जो आपको सुरक्षित और समझदारी भरी खरीदारी में मदद करेंगी।
1. अलग-अलग शहरों में सोने की कीमत का अंतर समझें
भारत में हर शहर में सोने की कीमतें अलग-अलग होती हैं। इसका कारण होता है ट्रांसपोर्ट चार्ज, स्थानीय टैक्स और मांग में फर्क। सबसे सही रेट जानने के लिए India Bullion and Jewellers Association (IBJA) की वेबसाइट या किसी भरोसेमंद वित्तीय प्लेटफ़ॉर्म पर जाएं। ध्यान रखें कि सोने की कीमतें दिन में दो बार बदलती हैं — इसलिए सुबह और शाम दोनों समय रेट चेक करें।
2. खरीदने से पहले सोने की शुद्धता और हॉलमार्क जांचें
आजकल बाजार में नकली सोना और फर्जी हॉलमार्क के मामले बढ़ रहे हैं। सोने की शुद्धता कैरेट (Karat) में मापी जाती है — 24K सबसे शुद्ध, जबकि 22K और 18K ज़्यादातर गहनों में उपयोग किया जाता है क्योंकि ये अधिक टिकाऊ होते हैं। हमेशा Hallmark Unique Identification (HUID) नंबर देखकर ही गहना खरीदें, जिससे उसकी असलियत पता चले।
3. BIS हॉलमार्क से शुद्धता की जांच कैसे करें
सोने की असली शुद्धता की पहचान BIS (Bureau of Indian Standards) हॉलमार्क से होती है। हर हॉलमार्क किए गए गहने पर एक 6 अंकों का अल्फ़ान्यूमेरिक HUID कोड होता है। आप इसे BIS Care मोबाइल ऐप के जरिए चेक कर सकते हैं। इस कोड से आप तुरंत पता लगा सकते हैं —
- ज्वेलर का नाम और रजिस्ट्रेशन,
- हॉलमार्किंग सेंटर,
- आर्टिकल का प्रकार,
- हॉलमार्किंग की तारीख और
- सोने की शुद्धता का स्तर।
4. मेकिंग चार्ज, वेस्टेज और फाइनल कॉस्ट को समझें
सोना खरीदते वक्त केवल उसकी कीमत देखना काफी नहीं है। मेकिंग चार्ज यानी गहना बनाने की लागत, और वेस्टेज चार्ज यानी सोने की बर्बादी का हिस्सा — दोनों अंतिम कीमत को काफी बढ़ा सकते हैं।
मशीन से बने गहनों पर यह चार्ज 5-8% होता है, जबकि हाथ से बने डिज़ाइनों पर यह 20-30% तक पहुंच सकता है।
अगर गहनों में हीरे या रत्न जड़े हैं, तो सुनिश्चित करें कि उनकी कीमत अलग से बिल में दर्शाई गई हो।
5. धोखाधड़ी से बचने के लिए इन बातों पर दें ध्यान
त्योहारों के समय नकली सोने और फर्जी दुकानों की संख्या बढ़ जाती है। इसलिए हमेशा —
- केवल BIS हॉलमार्क वाले गहने ही खरीदें।
- HUID नंबर और बिल अवश्य लें।
- छिपे हुए चार्ज या बिना बताए गए अतिरिक्त शुल्क से सतर्क रहें।
- विश्वसनीय ज्वेलर से ही खरीदारी करें।
इससे आप धोखाधड़ी और नुकसान से बचेंगे और आपकी धनतेरस खरीदारी शुभ और सुरक्षित रहेगी।
निष्कर्ष
धनतेरस न केवल धन और समृद्धि का प्रतीक है, बल्कि यह समझदारी और सतर्कता से निवेश करने का भी सही अवसर है। यदि आप ऊपर बताई गई बातों का ध्यान रखते हैं, तो आपकी सोना-चांदी की खरीदारी इस बार शुभ, सुरक्षित और लाभदायक साबित होगी।






